मध्य प्रदेश में बीते कुछ दिनों से चल रहा सियासी सस्पेंस अब खत्म हो गया है. कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को पार्टी छोड़ दी है. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 9 मार्च को दिए अपने इस्तीफे को 10 मार्च को सार्वजनिक किया. ये इस्तीफ़ा सिंधिया के मंगलवार सुबह पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह से मुलाक़ात के बाद सामने आया है. ऐसे में मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार के सामने अब सरकार बचाने की चुनौती है. सिंधिया ने अपने इस्तीफे में लिखा है, "मेरी जिंदगी का शुरू से मकसद अपने राज्य और देश के लोगों की सेवा करना रहा है. मुझे लगता है कि अब कांग्रेस में रहकर मैं ऐसा नहीं कर पा रहा हूं." सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के लिए आप किसे ज़िम्मेदार मानते हैं?"एक आम नागरिक की तरह जीना सिंधिया के लिए हमेशा मुश्किल रहा है. वो हमेशा एक पोज़िशन चाहते थे इसलिए सिंधिया ने अपनी वफ़ादारी बदल दी.''कांग्रेस छोड़ने के लिए कोई और नहीं... खुद सिंधिया और उनकी तमन्नाएँ ज़िम्मेदार हैं.", "सिंधिया के पार्टी छोड़ने की असली वजह मध्य प्रदेश कांग्रेस सीएम की कुर्सी है."
ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने का कौन ज़िम्मेदार?