बुनकरों को राहत पैकेज दे सरकार विजय चौरे
( अरविंद डहाके)
सौसर क्षेत्र में सैकड़ों बुनकर परिवार है जो अपना परंपरागत व्यवसाय कर रहे है,सौसर क्षेत्र की साड़ी पूरे भारत में प्रसिद्ध है बुनकरों के पास अभी तक कच्चा माल धागा उपलब्ध था, जिससे वो साड़ी और अन्य वस्तुएँ बनाकर महेश्वर और चंदेरी बेचते थे, लॉक डाउन के चलते बुनकरों के पास धागा उपलब्ध नहीं हो पा रहा, और उनके पास जो साड़िया और अन्य सामग्री घर पर रखी है वह भी निगम नहीं ले जा रहा है, महेश्वर के अधिकारियों का कहना है कि सभी दुकानें, मॉल आदि बंद होने से बुनकरों का माल बेचना मुश्किल है, महेश्वर से जो धागा हमारे बुनकरों को मिलता था वह भी लॉक डाउन के चलते ऑर्डर नहीं मिलने से बंद हो गया है। ऐसी परिस्थिति में बुनकर भाई बहनो के सामने जीवन यापन का बोहोत बड़ा संकट पैदा हो गया है, सौसर लोधीखेडा तथा मोहगाव में लगभग एक हज़ार बुनकर परिवार ऐसे है जो अपना परंपरागत व्यवसाय कर रहे है, इनके सामने अपना तथा परिवार का जीवन यापन करना कठिन हो गया है बुनकरों के साथ एक एक सहायक भी कार्य करते है ऐसे में लगभग 2 हज़ार से अधिक परिजनों के समक्ष बहूत बड़ी चुनौती आयी है। मैंने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह जी को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि बुनकरों को तत्काल धागा उपलब्ध कराया जाए तथा उनके पास जो साड़ी आदि अन्य वस्तुयें बढ़ी है उससे भी निगम तत्काल ले जाये एवं प्रत्येक बुनकर व्यक्ति के खाते में दस दस हज़ार रुपये जमा कराए ताकि लॉक डाउन के चलते परिवार का गुज़ारा हो सके
शासन प्रशासन से अनुरोध है की बुनकर भाई बहनों की स्थिति को ध्यान में रखकर इन्हें हर संभव मदद की जाए