खाद्यान्न वितरण के संघीकरण से स्थिति और बदतर होगी
भूख की लड़ाई को राशन माफिया से बचायें : सज्जन वर्मा
भोपाल,
मध्य प्रदेश के पूर्व लोक निर्माण मंत्री सज्जन वर्मा ने आज एक बयान में केंद्र सरकार द्वारा मध्यप्रदेश के इंदौर में भेजी जाने वाली 6 सदस्य कोर टीम का स्वागत किया है । वर्मा ने कहा कि कांग्रेस पहले ही इसकी मांग कर रही थी, क्योंकि राज्य सरकार के हाथ से परिस्थितियां फिसलती जा रहीं हैं और कोई भी एकीकृत रणनीति नहीं बन पाने के कारण जो प्रशासनिक प्रयोग किए गए वे इंदौर में असफल साबित हुये हैं। वर्मा ने कहा की 20 मार्च को जब कमलनाथ जी ने सरकार छोड़ी तब इंदौर में एक भी कोरोना से संक्रमित मरीज नहीं था किंतु आज मात्र 1 महीने में ही संख्या चार अंकों को छू रही है यह सोचकर ही दिल दहल जाता है।उन्होंने कहा कि 3 डॉक्टर्स की मृत्यु हो चुकी है।प्रदेश में सौ के लगभग स्वास्थ्य कर्मचारी और पुलिस अधिकारी संक्रमित हैं तथा एक पुलिस अधिकारी की दुखद मृत्यु भी हो चुकी है ।
वर्मा ने कहा कि कोर टीम को यह समीक्षा करना चाहिये कि किस तरह एक हेल्थ प्राब्लम को कानून व्यवस्था की समस्या मान लिया गया।मेरिज गार्डन में आइसोलेशन केम्प बना दिये गये।जहां पर सुविधाजनक सेपरेशन नहीं है।इन कमियों का जो नुकसान होना था इंदौर को हुआ,कम से कम अब तो बचा लीजिये।
कांग्रेस पार्टी पहले से ही मांग करती रही है कि इंदौर को खतरे से बचाने के लिए या तो मुख्यमंत्री को स्वयं इंदौर में उतरना चाहिए या फिर विशेषज्ञों की कोर टीम केंद्र से बुलाई जानी चाहिए जो रणनीतिक कुशलता का प्रदर्शन कर सके।
वर्मा ने आज सुबह 8 बजे बीएसएफ के विमान से इंदौर पहुंचे केन्द्रीय दल,जिसमें अभिलक्ष्य लिखी,अतिरिक्त सचिव भारत सरकार,डॉ.जुगल किशोर कम्युनिटी मेडिसिन हेड सफदरजंग अस्पताल,,विभागाध्यक्ष मेडीकल,डॉ. अनिल रंगा,संचालक स्वास्थ्य,नवल प्रकाश संयुक्त सलाहकार एनडीएमए,सिमरजीत कौर,संचालक,खाद्य भारत सरकार शामिल हैं,का स्वागत किया है।उन्होंने दल को आगाह किया है कि राज्य सरकार ने कोरोना से लड़ाई को भाजपा की पार्टी की लडाई बनाकर व्यापक समाज को इससे काट दिया है।भाजपा द्वारा राशन वितरण के काम में मात्र संघी कार्यकर्ताओं को शामिल कर भाजपा के पुराने राशन माफिया को ही सक्रिय कर दिया गया है जिससे भूख के खिलाफ प्रधानमंत्री की लड़ाई कमजोर होगी और मोदी जी की बदनामी होगी।उन्होने विशेषज्ञ दल से खाद्य वितरण में सभी दलों,जनसंगठनों,समाज सेवियों को शामिल करने की मांग की ।जिससे आटा चोरी जैसे घिनौने कृत्यों पर अंकुश लग स