श्री गणेशाय नमः आज का नाम है( स्वर्ग पवरगदा) भक्ति द्वारा प्रसन्न होने पर और मोक्ष वा स्वर्ग की लालसा रखने वाले माई भक्त उन्हें स्वर्ग व मोक्ष प्रदान करती हैं, इस लोक में या श्रीलोक में जाकर मनुष्य जन्म मरण के बंधन से मुक्त हो जाता है वह मनुष्य वहां ही श्री चरणों में निवास करता है वह मृत्यु लोक या धरा से उसका आवागमन पूर्णता समाप्त हो जाता है मनुष्य के सब प्रारबध करने के पश्चात यह सब संभव हो पाता है यदि गुरु कृपा हो गई तो प्रारब्ध करने की शक्ति मिल जाती है और वह प्रसन्नता पूर्वक सब वेदनाएं झेल लेता है जय माई की
यदि गुरु कृपा हो गई तो प्रारब्ध करने की शक्ति मिल जाती है