स्वर्गीय श्री दुर्गाप्रसाद खंडेलवाल
पुत्र श्री वरुणदेव खंडेलवाल
घोड़ाडोंगरी :- विधाता का विचित्र संयोग जिस तारीख को पिता को दी मुखाग्नि, उसी तारीख को है बेटे का जन्मदिन -: वरुणदेव खंडेलवाल
कुदरत के इस विचित्र लीला से हम आपको रोजगार के पल पोर्टल के माध्यम से बताना चाहते हैं घोड़ाडोंगरी नगर के वरिष्ठ सम्मानित व्यापारी वर्ग में किसी पहचान के मोहताज नहीं रहे स्वर्गीय श्री दुर्गा प्रसाद खंडेलवाल घोड़ाडोंगरी नगर में लगभग 50 वर्ष पूर्व आए थे एक छोटी सी किराना दुकान से उन्होंने अपने जीवन की शुरुआत की कई उतार-चढ़ाव देखे साथ ही अपने कुशल व्यवहार से जन जन के प्रिय बन चुके थे उनके सबसे छोटे सुपुत्र वरुण देव खंडेलवाल ने बताया कि 17 मई का वह विचित्र संयोग वाले दिन को कभी नहीं भूल सकते उसी तारीख को हमारे सर से पिता का साया उठ गया था इसी तारीख 17 5 1975 को मेरा जन्म हुआ था 17 मई को मेरा जन्मदिन आता है अभी एक अजीब संयोग है की पुत्र अपना कर्तव्य निभाते हुए पुण्यतिथि मनाएं, या खुश होकर जन्मदिन मनाएं ? वरुण देव खंडेलवाल ने बताया कि शायद इसी ईश्वरी लीला की वजह से बचपन से ही मुझे जन्मदिन मनाने की इच्छा नहीं होती थी और संयोग भी ऐसे होते थे की जन्मदिन मन ही नहीं पाता थाव