भोपाल - शिवराज जी खूब झूठ बोलियेए लेकिन मजदूरों के नाम पर कम कम से कम इतना बड़ा मजाक तो मत करिये। आप कह रहे है कि मध्यप्रदेश की व्यवस्था देखियेए यहाँ की धरती पर कोई भी मजदूर आपको भूखाए प्यासा व पैदल चलता हुआ नहीं दिखेगाए हमने कारगर इंतजाम किये है। इतना बड़ा झूठ व मजदूरों के नाम पर ऐसा मजाकए शर्म करिये यह सही है कि आप इन मजदूरों की अभी तक सुध लेने गये गये नहीं है तो आपको सच्चाई पता भी कैसे चले आज भी प्रदेश के सभी प्रमुख मार्ग व सीमाएँ हजारों मजदूरों से भरे पड़े हुए हैए कोई पैदलए कोई नंगे पैरए पैरो में छाले लियेए कोई ठेले परए कोई कोई साईकल परए कोई ऑटो सेए कोई अन्य मालवाहक वाहन से अपने घर को लौट रहा है। प्रदेश की धरती पर कई घर लौटते ये बेबस-लाचार मजदूर दुर्घटना का शिकार होकर मौत के मुंह में जा चुके हैए भूख-प्यासप्यास-गर्मी से दम तोड़ चुके है। कई गर्भवती बहने सड़कों पर अपने बच्चों को जन्म दे चुकी हैइसकी तस्वीरें प्रतिदिन प्रदेश की जनता खुली आँखो से देख रही हैए इनकी मौत के आँकड़े सामने है लेकिन शायद आपकी आँखो पर पट्टी बंधी बंधी हुई है इसलिये आपको यह तस्वीरें व सच्चाई दिखायी नहीं दे पा रही है।
प्रदेश की जनताए कई सामाजिक व कई स्वयंसेवी संगठनए कांग्रेसजन इन मजदूरों को मार्गों पर खाना खिला रहे हैए जूते चप्पल पहना रहे है पानी पिला रहे हैए घरों तक छोड़ रहे हैए सरकार की कोई व्यवस्था इन मजदूरों के लिये नहीं है। उलटा भोजन माँगने पर प्रदेश की धरती पर इन मजदूरों पर बर्बर तरीके से लाठियाँ तक बरसायी गयी और आप इतना बड़ा झूठ बोल रहे है कि प्रदेश में कोई मजदूर भूखाए प्यासा व पैदल चलता हुआ आपको नहीं दिखेगा मेने आपको पूर्व में कहा था और आज फिर दोहरा रहा हूँ कि आप आइये आइये मेरे साथ प्रदेश के मार्गों पर ए सीमाओं पर इन मजदूरों की वास्तविक स्थिति व व्यथा देखने चलियेए फिर यह सफेद झूठ बोलने का आप साहस नहीं दिखा पायेंगेजहाँ तक आप मजदूरों को वापस लाने के व बसो के जो आँकड़े बता रहे हैए उसकी सच्चाई भी सभी जानते है। प्रदेश में बसो के नाम पर हो रहा फर्जीवाडा भी सभी के सामने आ चुका है। दावे जितने किये जा रहे हैए जमीनी हकीकत आज भी उससे उलट है। आपकी कथनी और करनी में अंतर प्रदेश की जनता साफ देख चुकी है व मजदूर भाई भी इसे कभी भूलेगा नहीं।