मनीषा रावसे कन्ट्रोल रूम प्रभारी के रूप में निभा रहीं जिम्मेदारी "कोरोना योद्धा" की


बैतूल / कोरोना वायरस कोविड-19 से बचाव एवं उपचार हेतु सभी विकासखण्ड स्तर पर सामुदायिक स्वास्थ्य के में कॉल सेंटर बनाये गये हैं। इन कॉल सेंटर्स पर बाहर से आये लोगों एवं अन्य जनसामान्य हेतु कोरोना संबंधी जानकारी, सलाह प्रदाय की जा रही है। इन कॉल सेंटर्स द्वारा किसी भी समय जाँच, उपचार एवं स्वास्थ्य संबंधी सभी जानकारियां घर बैठे ही उपलब्ध कराई जा रही हैं। खण्ड चिकित्सा अधिकारी घोड़ाडोंग डॉ. संजीव शर्मा द्वारा कोविड-19 हेतु 22 मार्च 2020 को कॉल सेंटर बनाया गया एवं दो हेल्पलाइन नंबर 9479499736, 9479646340 जारी किए गये। इस कठिन समय में कॉल सेंटर के सब, साहस एवं सहनशीलता भरे कार्य हेतु कर्मठ, सहनशील, जुझारु एवं कार्य में निपुण कर्मचारी की आवश्यकता थी, जो अपने नेतृत्व में इस वैश्विक महामारी में कंट्रोल रूम के दायित्वों का उचित प्रकार से निर्वहन कर सके। यह जिम्मेदारी एक्स-रे टेक्नीशियन कुमारी मनीषा रावसे को सौंपी गई। मनीषा द्वारा 8 सदस्यों की एक टीम का गठन किया गया, जिसमें क्रमवार (रोटेश अनुसार) डयूटी रोस्टर बनाकर 24 घंटे सातों दिन (24X7), सम्पूर्ण लॉक डाउन प्रारम्भ होने से आज तक 1670 कॉल अटेन्ड किये गये। बाहर से आ 4652 लोगों का पंजीयन किया गया, साथ ही चिकित्सकों के माध्यम से लोगों को टेलीमेडिसिन के जरिये उपचार भी उपलब्ध कराया गया। घोड़ाडोंगरी मुख्यालय से 90 किलोमीटर दूर विकासखंड आठनेर के छोटे से ग्राम हिवरा निवासी 29 वर्षीय मनीषा रावसे विगत 3 माह से अपने परिजनों से मिली नहीं है। फोन के माध्यम से वीडियो कॉल द्वारा परिजनों से बात होती है। कोरोना महामारी के चलते पहली बार इतने लंबे समय त घर से दूर रहना पड़ रहा है। सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक बिना रुके चिकित्सालय में एवं रात्रि में ऑन काल इयूटी पर उपलब्ध रहने वाली कुमा मनीषा रावसे कॉल सेंटर के साथ-साथ अपने मूल कार्य एक्स-रे, डेटा एंट्री एवं शाम को प्रति दिवस होने वाली कोविड-19 रिपोटिंग का कार्य भी करती हैं। मृदुभाषी मनीषा ने अपने कार्य में कभी भी कोताही नहीं बरती। अपने वरिष्ठ अधिकारियों के सभी आदेशों का शब्दश: पालन करने वाली कुमारी मनीषा रावसे सभी कर्मचारियों की प्रेरणा का स्रोत बन गई हैं


Popular posts
अगर आप दुख पर ध्यान देंगे तो हमेशा दुखी रहेंगे और सुख पर ध्यान देंगे तो हमेशा सुखी रहेंगे
Image
एक ऐसी महान सख्सियत की जयंती हैं जिन्हें हम शिक्षा के अग्रदूत नाम से जानते हैं ।वो न केवल शिक्षा शास्त्री, महान समाज सुधारक, स्त्री शिक्षा के प्रणेता होने के साथ साथ एक मानवतावादी बहुजन विचारक थे। - भगवान जावरे
Image
भगवान पार ब्रह्म परमेश्वर,"राम" को छोड़ कर या राम नाम को छोड़ कर किसी अन्य की शरण जाता हैं, वो मानो कि, जड़ को नहीं बल्कि उसकी शाखाओं को,पतो को सींचता हैं, । 
Image
विदुर ने अवसर देखकर युधिष्ठिर से पूछा- "वत्स, यदि जंगल में भीषण आग लग जाये, तो जंगल के कौन से जानवर सुरक्षित रहेंगे ?"*पी आर साहू
Image
18 दिन के महाभारत युद्ध ने* *द्रौपदी की उम्र को* *80 वर्ष जैसा कर दिया था...*
Image