*मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान जी,आज एक हृदय विदारक घटना व समाचार है कि महाराष्ट्र में रेल पटरी से चलकर आ रहे मध्यप्रदेश के 15 मजदूर जहां काल के ग्रास में समा गए हैं,वहीं कई घायल हैं!!*
*सुना है प्रदेश की 7.50 करोड़ जनता आपकी भगवान है,आप उनसे बहुत प्यार भी करते हैं, आपने बड़े-बड़े अधिकारियों की फ़ौज अन्य राज्यों से प्रवासी नागरिकों व मज़दूरों को लाने के लिए तैनात की है, तो इस हादसे व बेकसूर गरीब मौतों का जिम्मेदार कौन है? इस तैनात फ़ौज़ में मेरी विनम्र जानकारी में वरिष्ठ आयएएस सुश्री दीपाली रस्तोगी जी के पास महाराष्ट्र व झारखंड का प्रभार है,निःसंदेह वे एक अच्छी अधिकारी हो सकती है,किंतु उनकी यह घोर लापरवाही क्या अक्षम्य है?प्रदेश के मुखिया होने के नाते क्या आप खुद भी इसकी जवाबदेही से विमुख हो सकते हैं?*
*मुख्यमंत्री जी,यह भी एक सच्चाई है कि आपने जितने भी अधिकारियों को इस सहित कई अन्य महती जिम्मेदारी सौंपी है,वे पीड़ित, प्रभावितों के फ़ोन ही नहीं उठा रहे हैं। इस दौर में भी वे एक आज़ाद मुल्क में अंग्रेज हुकूमत का चरित्र प्रदर्शित कर रहे हैं,क्या यह भी उचित है? लिहाज़ा, ये दर्शनीय हुंडिया किस काम की हैं, क्या कर रही हैं और इन्हें कितना सम्मान दिया जाए, आप सार्वजनिक कीजियेगा?*
*मेरी आपसे यह भी विनम्र प्रार्थना है कि यदि 7.50 करोड़ जनता ( वास्तविक भगवान) के आप सही मायनों (राजनैतिक जुमलों में नहीं) पुजारी हैं,तो इन काल कवलित हुए बेक़सूर, गरीब मज़दूरों की अंत्येष्टि के पूर्व ही इस वीभत्स हादसे के जिम्मेदार चेहरों को बेनकाब करें,ताकि वल्लभ भवन के वातानुलित कमरों से कोरोना कहर को लेकर संचालित हो रही कार्यवाही की पारदर्शिता मख़ौल व मात्र खोखले प्रदर्शनों में तब्दील न हो।*