प्रवासी मजदूरों की प्रदेश वापसी के शिवराज सरकार द्वारा जारी आंकड़ों पर कांग्रेस ने उठाए सवाल , कहां पूरी सूची मयप्रमाण सार्वजनिक हो।
लगता है कि भाजपा सरकार प्रवासी मजदूरों की वापसी के नाम पर भी किसी घोटाले को अंजाम देना चाहती है : नरेंद्र सलूजा
भोपाल,
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रवासी मजदूरों के अभी तक प्रदेश वापसी के जारी 1 लाख 90 हज़ार के आंकड़े पर सवाल उठाते हुए कहा कि शिवराज सरकार प्रमाण सहित प्रदेश वापसी लाये गये इन मजदूरों की सूची सार्वजनिक करें।बताये किस-किस दिनांक को किस-किस साधन से , कितनी ट्रेनों से , कितनी बसो से , देश के किन-किन हिस्सों से , प्रदेश के किन इलाक़ों के 1 लाख 90 हज़ार मजदूरों को प्रदेश वापस लाया गया और उस पर कितना खर्च आया ? कुल कितने प्रदेश के मज़दूर अन्य राज्यों में फँसे हुए थे , कितनो को लाना अभी बाक़ी है ?
सलूजा ने आरोप लगाया कि लगता है कि इन प्रवासी मजदूरों की वापसी के नाम पर प्रदेश की भाजपा सरकार किसी घोटाले को अंजाम देना चाहती है इसलिए बढ़ा-चढ़ाकर आंकड़े प्रसारित किए गये हैं।ई-पास के आंकड़ों में व मजदूरों की वापसी के आँकड़ो में भी बड़ा हेरफेर है।जितनी विशेष ट्रेनें अभी तक चली है , उसके हिसाब से भी इतने मज़दूरों की वापसी असंभव है।
पूर्व की 15 वर्ष की शिवराज सरकार में व्यापम , ई-टेंडर , सिंहस्थ , पौधारोपण घोटाला , नर्मदा सेवा यात्रा के नाम पर भीड़ घोटाला जैसे घोटाले हो चुके हैं।वर्तमान की डेढ़ माह की शिवराज सरकार में भी ग्वालियर में आटा घोटाले के बाद , इंदौर में नकली मास्क व पीपीई की खरीदी घोटाला सामने आने के बाद , अब प्रवासी मजदूरों को लाने के नाम पर किसी बड़े घोटाले को अंजाम दिया जा रहा है।आंकड़े बढ़ाकर-चढ़ाकर इसलिए दिए जा रहे हैं कि इन मजदूरों के नाम पर परिवहन , खाने-पीने व अन्य साधनों के नाम पर बड़े घोटाले को अंजाम दिया जा सके।
सलूजा ने भाजपा सरकार से मांग की है कि तत्काल दावे के मुताबिक़ लाये गये इन 1 लाख 90 हज़ार प्रवासी मजदूरों की पूरी सूची , लाने की दिनांक , लाने के साधन , आने-जाने के स्थान व इस पर कुल खर्च को सार्वजनिक किया जावे।
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