भोपाल - माननीय मुख्यमंत्री जी जिस तरह प्रदेश में मजदुर वर्ग, किसान वर्ग इस लॉक डाउन के दौरान आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं ठीक इसी तरह प्रदेश में वकीलों का समुदाय भी इस लॉक डाउन के समय आर्थिक तंगी से गुजर रहा है। वकीलों के समुदाय में लगभग 70 प्रतिशत वकील ऐसे होते हैं जिनके पास आने वाले केस से सिर्फ उतनी ही आय हो पाती है जिससे वे अपने परिवार का भरण पोषण एवं बच्चों कि शिक्षा का निर्वहन बड़ी मश्किल से कर पाते हैं।
कोरोना वायरस महामारी के कारण देश में जो लॉकडाउन लगा वह काफी लंबा हो गया जिससे वकीलों के आय का साधन पुरी तरह से बंद हो गया जिससे वकीलों के बीच आर्थिक संकट व्याप्त हो गया और कुछ वकीलों की की स्थिति तो ऐसी हो गई की अनाज का इंतजाम करना भी काफी मुश्किल हो रहा है
वकीलों के समुदाय में कुछ ऐसी महिला वकील भी है जिनके उपर अपने पूरे परिवार के भरण पोषण की जिम्मेदारी है और वो भी आर्थिक रूप से बड़ी कठिनाइयों का सामना कर रही हैमै मुख्यमंत्री जी को स्मरण करवाना चाहता हूँ कि आपके द्वारा जो वकीलों की आर्थिक सहायता की घोषणा की गई है उसमें वे सभी वकील नहीं आपायेंगे जो कि इस लॉकडाउनप के दौरान आर्थिक रूप से परेशानियों का सामना कर रहें हैं और आपके घोषणा के अनुसार मानदंडों को पुरा करने में काफी समय लग जायेगा
मेरी माननीय मुख्यमंत्री जी से यह मांग है कि जिस तरह प्रदेश से बाहर गये मजदुरों के खाते में 1000 रूपये डालने कि व्यवस्था शासन के द्वारा कि गई है ठीक उसी तरह प्रदेश के वकीलों के खाते में भी तत्काल इतनी राशि डालने की व्यवस्था कि जानी चाहिये जिससे आज कि स्थिति में वकीलों के उपर आरही आर्थिक संकट से निपटने के लिये कुछ सहारा मिल सके अगर ऐसा हुआ तो प्रदेश के सारे वकील आप के इस कार्य के लिये जीवन भर कृतज्ञ रहेंगे