मध्यप्रदेश में धनमत की सत्ता और अपराधियों का राज : अभय दुबे*

 भोपाल-


अखिल भारतीय कांग्रेस के मीडिया कोर्डिनेटर श्री अभदुबे ने बताया कि मध्यप्रदेश में भाजपा ने धनमत से सरकार हथियाई और उसे अपराधियों, भ्रष्टाचारियों और व्यभिचारियों के हवाले कर दिया । पहले की तरह फ़िर अपराधी मध्यप्रदेश का मान मर्दन करने लगे हैं। बीते 15 वर्षों के दौरान हमनें देखा शिवराज के आने के बाद मध्यप्रदेश में आईपीसी अपराध चरम पर थे । अपहरण में 755 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी । नाबालिग बेटियों के साथ 249 प्रतिशत बलात्कार बढ़े थे। बहनों के साथ अन्याय 1168 प्रतिशत बढ़ा था। प्रदेश को बलात्कार और अपराध में नंबर वन बना दिया गया था । मध्यप्रदेश में 23 मार्च को रात के अंधियारे में शपथ लेने वाली सरकार ने पूरे प्रदेश में अपराध का अंधकार फैला दिया है । प्रदेश में महामारी के चलते लॉक डाउन था । प्रदेश के नागरिकों को जगह जगह पीटा जा रहा था । महेश्वर तहसील में एक आदिवासी भाई की मामा सरकार ने पीट पीट कर हत्या कर दी। उसका कसूर बस इतना था कि वो अपने बच्चों के लिए राशन लेने निकला था । जबलपुर में एक किसान को पीट-पीट कर मार दिया गया । छतरपुर में एक मजदूर के माथे पर लॉक डाउन तोड़ने का अपराध लिख दिया गया। अर्थात मध्यप्रदेश के नागरिकों के साथ बर्बरता की गई और इसी दौरान अपराधियों को शिवराज सरकार ने खुली छूट दे रखी थी । हमनें देखा कैसे दमोह में एक 6 वर्ष की मासूम के साथ हैवानियत करके उसकी आँखें निकाली गईं । बैतूल में एक बिटिया के भाई को कुएँ में फेंककर सात सात दरिंदे 4 घंटे तक दुष्कर्म करते रहे । भोपाल में बैंक अधिकारी के साथ बलात्कार किया गया ।कहने का आशय यह है कि अपराधियों , बलात्कारियों , डकैतों को शिवराज जी ने लॉक डाउन में भी खुली छूट दे रखी थी । ये चौंकाने वाला ख़ुलासा हुआ है कि मध्यप्रदेश एक ऐसा राज्य है जहाँ लॉक डाउन में सामान्य दिनों से अधिक आईपीसी के अपराध हुए हैं । प्रदेश बंद था मगर हत्या, हत्या के प्रयास, लूट , बलात्कार सब की खुली छूट दी गई । मध्यप्रदेश में अप्रैल माह में कुल 26,515 आईपीसी के अपराध हुए हैं, जबकि मार्च माह में ये आँकड़ा 20,870 और फरवरी में 20,835 था । श्री दुबे ने बताया कि शिवराज सरकार के लॉक डाउन के दौरान अप्रैल माह में 246 अपहरण , 119 हत्याएं , 130 हत्या के प्रयास , 206 बलात्कार , 362 महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं घटित हुई हैं । शर्मनाक तो यह है कि सबसे ज़्यादा बलात्कार की घटनाएं भोपाल रेंज और मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र होशंगाबाद रेंज में हुई हैं । सर्वाधिक अपहरण सागर और रीवा रेंज में हुए हैं । शिवराज सरकार का आलम यह है मध्यप्रदेश के डीजीपी ने हाल ही में बताया है कि कई वरिष्ठ अधिकारी मुख्यालय से ही गायब रहते हैं, तो इससे साफ़ है कि फ़िर प्रदेश से कानून व्यवस्था नदारद है । हाल ही में मध्यप्रदेश के डीजीपी ने एक सर्क्युलर जारी कर सभी जिलों के एसपी और आईजी को चेताया है कि लॉक डाउन खुलने पर अपराध और बढ़ेंगे । जब ज़िम्मेदार मंत्री फ़रार अपराधियों को मिठाई खिलाए और वो पुलिस की गिरफ्त में न आए तो समझ लीजिए शिवराज आ गया है । श्रीमान संपादक महोदय ससम्मान प्रकाशनार्थ *अभय दुबे* मीडिया कोर्डिनेटर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस


Popular posts
अगर आप दुख पर ध्यान देंगे तो हमेशा दुखी रहेंगे और सुख पर ध्यान देंगे तो हमेशा सुखी रहेंगे
Image
कान्हावाड़ी में बनेगी अनूठी नक्षत्र वाटिका, पूर्वजों की याद में लगायेंगे पौधे* *सांसद डीडी उइके एवं सामाजिक कार्यकर्ता मोहन नागर ने कान्हावाड़ी पहुँचकर किया स्थल निरीक्षण
Image
ग्रामीण आजीविका मिशन मे भ्रष्टाचार की फिर खुली पोल, प्रशिक्षण के नाम पर हुआ घोटाला, एनसीएल सीएसआर मद से मिले 12 लाख डकारे
Image
बैतूल पाढर चौकी के ग्राम उमरवानी में जुआ रेड पर जबरदस्त कार्यवाही की गई
Image
विदुर ने अवसर देखकर युधिष्ठिर से पूछा- "वत्स, यदि जंगल में भीषण आग लग जाये, तो जंगल के कौन से जानवर सुरक्षित रहेंगे ?"*पी आर साहू
Image