आतंक का अंत सुनिश्चित है,यह न्याय मृत्यु लोकाधिपति बाबा महाकाल का है,अब वे चेहरे बेनकाब हों, जिनके गठजोड़ से विकास बे मप्र की सीमा से प्रवेश कर बाबा महाकाल की चौखट तक पहुंचा, पूरी पटकथा के किरदार कौन-कौन है? समूचे घटना की न्यायिक जांच हो।
आतंक का अंत सुनिश्चित है- के के मिश्रा,