मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकार के 100 वें दिन के बाद किया मंत्रिमंडल का विस्तार। 23 मार्च को चौथी बार सीएम बनने के बाद आज उनके मंत्री मंडल का विस्तार हुआ। इससे पहले शिवराज समेत 6 मंत्री थे जो प्रदेश सरकार चला रहे थे। आज 20 कैबिनेट मंत्री और 8 राज्य मंत्रियों ने ली शपथ
इन्होंने ने ली शपथ (पूरी लिस्ट)
विपक्ष और पार्टी का था शिवराज पर दबाव
मंत्रिमंडल में हुई देर से साफ अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि बीजेपी और शिवराज के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा थाइसलिए मंत्रिमंडल में देरी हुई हैंए कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए 22 विधायकों में से कितने को मंत्री बनाया जाए और बीजेपी के वरिष्ठ पूर्व मंत्रियों को जगह दी जाए यानी शिवराज को बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं और सिंधिया समर्थकों में तालमेल बनना था इसके चलते देरी हो रही थी। इसी को लेकर लगातार विपक्ष शिवराज पर मंत्री मंडल विस्तार को लेकर हमलावर था।
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ सभी नव निर्वाचित मंत्रिमंडल के सदस्य
कैबिनेट में इन्हे मिली जगह
लंबे दिनों के बाद हुए शिवराज सिंह मंत्रिमंडल विस्तार में बीजेपी सरकार में मंत्री रहे कई वरिष्ठ मंत्रियों को जगह मिली तो कई की हो गई छुट्टी। सिंधिया गुट का भी खासा दबदबा देखने को मिला हैं
बीजेपी से इन्हे मिला मौका:
बीजेपी से भूपेंद्र सिंहए गोपाल भार्गवए यशोधरा राजे सिंधियाए विश्वास सारंगए अरविंद सिंह भदोरियाए उषा ठाकुर आदि. सिंधिया खेमे से 11 मंत्री बने जबकि पहले से ही तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत मंत्री थे । अब सिंधिया खेमे से कुल 13 मंत्री हो गए
इनका कटा पत्ता
शिवराज सरकार में कद्दावर मंत्री संजय पाठकए रहे महेंद्र हार्डियाए गौरीशंकर बिसेनए रामपाल सिंहए रमेश मेंदोलाए को इस बार मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल पाई। क्योंकि सिंधिया खेमे के साथ तालमेल बने और उपचुनाव को ध्यान में रखते हुए ऐसा हुआ