भारत के हर हिस्से में तिरंगा फहराया गया
भोपाल शब्द पावर 15 अगस्त के दिन हमारा भारत देश अंग्रेजो की गुलामी से आज़ाद हुआ था। इस आज़ादी को पाने के लिए हिन्दू मुस्लिम,सिख और ईसाई सबने मिलकर अंग्रेजो के खिलाफ बहुत लंबा संघर्ष किया और बहुत लंबी लड़ाई लड़ी। इस आज़ादी की कीमत भारत के स्वतंत्रा संग्राम सेनानियों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी थी। भारत माँ के लालो ने हंसते,हंसते अपनी जानो को अपने देश के लिए कुर्बान की थी इस आज़ादी को पाने के लिए हज़ारो माओं ने अपने बेटों को कुर्बान किया था, हज़ारो औरते बेवा हुई, हज़ारो बच्चे यतीम हुए, और हज़ारो बहनों से उनके भाई छीन लिए गए, फिर भी हार नहीं मानी भारत की धरती को आज़ाद कराने के लिए भारत वासियों ने अपना लहू देकर भारत को आज़ाद कराया था।
आजादी और कुर्बानी की याद में हर साल 15 अगस्त को भारत में स्वतंत्रता दिवस का पर्व मनाया जाता हैं और सार्वजनिक जगहों से लेकर स्कूल,कॉलेज,अस्पताल,न्यायालय,सरकारी भवन,मन्त्रालय और विधानसभा में भारत की आन,बान और शान का प्रतीक तिरंगा फहराया जाता हैं। इस अवसर पर कोई हिन्दू कोई मुस्लिम कोई सिख और कोई ईसाई नही होता अगर होता हैं तो सिर्फ और सिर्फ हिन्दोस्तानी होता हैं। लेकिन इस साल कोरोना महामारी की वजह से स्कूल,कॉलेज जैसी जगहों पर झंडावंदन नहीं हुआ। सिर्फ चुनिंदा जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हए मुँह पर मास्क लगाकर कम लोगो की मौजूदगी में तिरंगा फहराया गया। इसके बावजूद लोगो के दिलो में आज़ादी की जो वर्षगांठ थी उस पर उमंग,उत्साह और हर्ष बरकरार था। तमाम सार्वजनिक जगहों पर तिरंगा फहराया गया। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐतिहासिक लालकिले पर सातवी बार तिरंगा फहराया एवं सलामी दी। भारत के तमाम निवासियों को स्वतंत्रता दिवस की 74 वी वर्षगांठ पर शुभकामनाए और बधाई दी