आजीविका मिशन की अभिनव पहल
महुआ की शराब से समूह की महिलाओं ने बनाया सैनिटाइजर
(सुनील जोशी)
अलीराजपुर-- मध्य प्रदेश डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अलीराजपुर के उदयगढ़ विकासखंड में श्रीहरि आजीविका समूह की महिलाओं द्वारा कोराना 19 से फैल रही संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए सैनिटाइजर निर्माण का कार्य प्रारंभ किया गया । जिसमें विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों एवं बताई गई सामग्री अनुसार पूर्व में सैनिटाइजर निर्माण किया था परंतु लुक डाउन की स्थिति में सैनिटाइजर हेतु आवश्यक सामग्री बाजार में उपलब्ध नहीं हो पा रही थी । इसके विकल्प के तौर पर मिशन संहायता दल के समन्वयक विजय सोनी ने समूह् के सदस्यों को ग्रामीण क्षेत्र में पाए जाने जा रहे महुआ को एकत्रित कर उसके आसवन विधि से.तैयार् अरक द्वारा सैनिटाइजर निर्माण करने की सलाह दी इसके लिए समूह के अध्यक्ष श्रीमती भारती और उसके पति अमर सिंह ने यूट्यूब पर भी जाकर महुऐ से सेनीटाइजर निर्माण के बारे में जानकारी प्राप्त की । इसके बाद समूह के सदस्यों ने कच्ची शराब , फिटकरी तुलसी के पत्ते, गर्म जल, ऐसेनस, गुलाब जल एवं रंग द्वारा सैनिटाइजर तैयार किया और उसको खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर मोती सिंह के माध्यम से जांच करवा कर उसको जीवाणु एवं विषाणु की रोकथाम के लिए उपयोगी पाऐ जाने का प्रमाण पत्र भी प्राप्त किया। इस प्रकार समूह सदसयो द्वारा अभी तक कुल 220 बांटल जिनमें 200 मिलीमीटर सैनिटाइजर भरा होता है को बाजार में ₹70 की दर पर विक्रय किया है क्योंकि यही सैनिटाइजर बाजार में 250 से ₹300 की दर पर बेचा जा रहा है। अभी समूह के पास 110 बाटल तैयार बनी हुई ह । सेनीटाइजर को बनाने में 60 से ₹65 की लागत आ रही है समूह सदस्यों द्वारा अभी तक जनपद पंचायत उदयगढ़ मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक उदयगढ़ चंद्रशेखर आजाद नगर अलीराजपुर चांदपुर शाखा में भिजवाने के साथ साथ बैंक ऑफ बड़ौदा उदयगढ़ एवं तहसीलदार श्रीमती वंदना किराड़े की पहल पर उनको भिजवा कर जोबट तहसील में ग्राम स्तर पर कार्यरत चौकीदारों को उपलब्ध करवाया गया है । शिक्षा विभाग के कर्मचारीयो द्वारा भी सैनिटाइजर को खरीदा गया है । इस प्रकार कोरोना संक्रमण की संभावना के दौरान स्वयं सहायता समूह के सदस्य अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को निभाते हुए जहां रोजगार के अवसर प्राप्त कर रहे हैं उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार हो रहा है जनपद पंचायत के सीईओ पवन शाह के अनुसार सैनिटाइजर की गुणवत्ता बेहतर है और ग्रामीणों की पहुंच तक है आने वाले समय में सैनिटाइजर हर व्यक्ति के लिए महत्वपूर्ण उपयोगी साधन के रूप में नजर आने लगेगा । ऐसे समय में समूह की पहल सराहनीय है डीपीएम शीला शुक्ला के अनुसार विकासखंड अमले एवं समूह सदस्यों की कोशिश सराहनीय है । जिसका परिणाम आने वाले समय में और बेहतर होगे । जिला पंचायत के सीईओ एसके मालवीय के अनुसार अपर मुख्य सचिव मध्यप्रदेश शासन मनोज श्रीवास्तव द्वारा महुऐ के माध्यम से सैनिटाइजर बनाने का सुझाव दिया गया था जिसको उन्होंने जिला कलेक्टर श्रीमती सुरभी गुप्ता के संज्ञान में लाया था । कलेक्टर के निर्देशन में आजीविका मिशन द्वारा उक्त पहल की गई है जिससे बेहतर परिणाम सामने आ रहे है । विकासखंड अमले में दिनेश वसुनिया, नीना राठौर ग
भूरिया परमार विनीता राठोर का भी सराहनीय योगदान रहा है। इंदौर संभाग के क्षेत्रीय समन्वय अनिल पवार ने भी समूह के कार्यों को सराहा है । किसी शायर ने कहां है कि, कामयाब वही होते हैं जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता, यारों हौसलो से उड़ान होती है वह सूक्ति इस समूह की महिलाओं पर खरी उतरती है। देखना है आने वाले समय में जिला प्रशासन समूह की इस पहल को कैसे आगे बढ़ाता है ।
आजीविका मिशन की अभिनव पहल महुआ की शराब से समूह की महिलाओं ने बनाया सैनिटाइजर