कोरोना महामारी पर भाजपा के झूठे आरोपों पर कांग्रेस ने कोरोना को लेकर कमलनाथ सरकार के कार्य व शिवराज सरकार की वास्तविकता उजागर कर अंतर जारी किया
जनता यह सच्चाई देखे : नरेन्द्र सलूजा
भोपाल, प्रै्ै
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना को
लेकर आज पूरा देश एकजुट है , सभी राजनीतिक दल एकजुट हैं।कांग्रेसजन भी केंद्र सरकार और राज्य सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे है लेकिन अपनी असफलता छिपाने के लिए भाजपा के नेता लगातार झूठी बयानबाजी कर कोरोना को लेकर कांग्रेस को कोसने का काम कर रहे हैं। कोरोना को राजनीति का विषय बना रहे है।मध्यप्रदेश में भाजपा नेता लगातार पूर्व की कमलनाथ सरकार पर झूठे आरोप लगा रहे हैं।वे अपने बयानों में बार-बार यह सवाल उठा रहे हैं कि 23 मार्च तक प्रदेश में कमलनाथ सरकार थी ,उसने कोरना महामारी को रोकने को लेकर क्या किया ? इन सब आरोप-प्रत्यारोप के बीच कांग्रेस ने कमलनाथ सरकार के कोरोना को लेकर 23 मार्च तक के किए कार्यों को जनता को बताते हुए , 23 मार्च के बाद शिवराज सरकार में कोरोना को लेकर प्रदेश की हुई भयावह स्थिति को उजागर भी किया है।
कमलनाथ सरकार के 23 मार्च तक कोरोना को लेकर किए गए कार्य -
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•कोरोना कि देश में आहट को देखते हुए 4 मार्च को मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्य सचिव ने समीक्षा बैठक कर प्रदेश भर के कलेक्टर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर कोरोना से बचाव को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
•10 मार्च को प्रदेश में होली के सारे कार्यक्रम निरस्त किए।
•13 मार्च को प्रदेश के सारे शॉपिंग मॉल,स्कूल -कॉलेज व सिनेमाघर बंद करने के आदेश दिए।मध्यप्रदेश सबसे पहले ऐसा निर्णय लेने वाला देश का पहला राज्य बना।•14 मार्च को रंग पंचमी के अवसर पर इंदौर में निकलने वाली ऐतिहासिक गैर को निरस्त कर , प्रदेश भर में रंग पंचमी के आयोजन निरस्त किए।
•16 मार्च को विधानसभा का बजट सत्र स्थगित किया।
•मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कोरोना की समीक्षा कर प्रदेश भर में अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के दिशा निर्देश जारी किये।
•23 मार्च तक प्रदेश में कोरोना के कुल कुल 4 केस।
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23 मार्च से शिवराज सरकार द्वारा किए गये कार्य -
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•कोरोना को डरोना बताना।
•23 मार्च विधायक दल की बैठक आयोजित की।एक दूसरे को हार पहनाकर ,गले मिलकर ,हाथ पकड़ कर ,फोटो खिंचा कर बधाइयां दी।कोरोना प्रोटोकाल का जमकर मज़ाक़ उड़ाया।
•मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया।
•24 से 27 मार्च तक अलग-अलग कलर के जैकेट से मैचिंग मास्क का प्रदर्शन।
•विधानसभा का सत्र आयोजित किया।
•कोरोना से लड़ना पहली प्राथमिकता बताया लेकिन कोरोना की आड़ में ट्रांसफर उद्योग चालू।
•मात्र 21 दिन में प्रदेश कोरना को लेकर देश में पांचवे स्थान पर , मृत्यु दर के मामले में देश में दूसरे स्थान पर ,प्रदेश का इंदौर देश में तीसरे स्थान पर। कोरोना को लेकर प्रदेश देश भर में चर्चित।
•प्रदेश में 26% की दर से प्रतिदिन कोरोना के मरीज बढ़े।
•प्रदेश के 5 जिले देश के रेड ज़ोन हॉटस्पॉट में शामिल।
•प्रदेश में आज दिनांक तक कुल संक्रमित संख्या 938 , कुल मृत्यु 53 , अकेले इंदौर शहर में कुल संक्रमित संख्या 696 , कुल मृत्यु 39
•लोगों को राशन नहीं मिल रहा , भुखमरी की स्थिति।आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति नहीं।
•प्रदेश के कुल 24 ज़िले कोरोना से संक्रमित।
•प्रदेश के इंदौर-देवास-खंडवा में एम्बुलेंस ना मिलने से मरीज़ों की मौत की घटना।
•मेडिकल उपकरण व संसाधनों के अभाव में प्रदेश के इंदौर में दो डॉक्टर की मृत्यु व इंदौर - भोपाल में कई डॉक्टर व नर्स संक्रमित।
•भोपाल में स्वास्थ्य विभाग के 94 अधिकारी-कर्मचारी संक्रमित।कई ज़िम्मेदार ही संक्रमित।
•प्रदेश भर में कई लोगों की इलाज ना मिलने से अकाल मृत्यु की घटनाएँ।
•टेस्टिंग किट का अभाव , पीपीई किट का अभाव , मास्क , सेनेटाईज़र का अभाव।
•प्रदेश में टेस्टिंग की संख्या अन्य राज्यों की तुलना में काफ़ी कम।
•प्रदेश में ना स्वास्थ्य मंत्री ना गृह मंत्री ना अन्य मंत्री।प्रदेश में एक व्यक्ति की सरकार।
•मंत्रिमंडल की जगह भाजपा का टास्क फ़ोर्स गठित , जिसमें डॉक्टर-विशेषज्ञों की जगह भाजपा नेता।
•सरकार का प्रदेश पर कोई नियंत्रण नहीं , प्रदेश की स्थिति दिन-प्रतिदिन भयावह।
कांग्रेस ने वास्तविकता जारी कर कहा कि यह कमलनाथ सरकार व शिवराज सरकार में अंतर है।
भाजपा व प्रदेशवासी इसका अंतर ख़ुद देख , सच्चाई जान ले।