परमार वंश प्रकटोत्सव दिवस की बधाई
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आज के दिन वैशाख शुक्ल पंचमी को अनल कुण्ड आबू पर्वत से परमार का अवतरण हुआ था। परमार वंश में कई महाप्रतापी सम्राट हुए। इसलिए कहा गया कि पृथ्वी तणा परमार पृथ्वी परमारो तणी। परमार वंश के राजा सत्य न्याय व भक्ति में सर्वोच्च थे। सम्राट युधिष्ठिर के पश्चात सम्राट विक्रमादित्य भारत वर्ष के महान सम्राट हुए। जिनसे देवता भी न्याय कराते थे व मदद लेते थे। और राजा भोज जैसे विद्वान राजा ने भी विश्व स्तरीय शास्त्रों की रचना कर परमार वंश का नाम इतिहास में स्वर्णाक्षरों लिखा। आज परमार वंश के सभी महापुरुषों गंधर्वसेन भृतहरि विक्रमादित्य शालिवाहन राजा राम परमार उपेन्द्र राज सियक मुंज राजा भोज उदयादित्य जगदेव धरणीवराह धारावर्ष राणा सोढा जी सांखला जी हडबु जी सांखला जाम्भोजी पंवार कुंवर चेन सिंह जी परमार बाबू कुंवर सिंह जी परमार आदि को प्रणाम व शत् शत् नमन कि आपने परमार वंश को गौरवान्वित किया।
🙏श्रीमती राखी परमार 🙏
परमार वंश प्रकटोत्सव दिवस की बधाई - श्रीमती राखी परमार