अंधे कत्ल का खुलासा बेटा ही निकला पिता का हत्यारा पिता ने ईलाज के दौरान भोपाल हमीदिया अस्पताल में तोड़ा दम

(संजय राठौर-राजगढ़)अंधे कत्ल का खुलासा बेटा ही निकला पिता का हत्यारा पिता ने ईलाज के दौरान भोपाल हमीदिया अस्पताल में तोड़ा दम             पारिवारिक अनबन के चलते सिर में लाठी मार कर पहुंचाई गंभीर चोट इलाज के दौरान हुई मौत                                    बोङा-:    पिता और पुत्र का रिश्ता जगजाहिर है आदर के साथ-साथ स्नेह की भावना से ओतप्रोत होने के साथ ही बेटे की कुशल क्षेम के लिए पिता अपने पुत्र को कभी-कभी थोड़ी डांट फटकार भी लगा देता है पर यह डांट फटकार भी कहीं ना कहीं पुत्र के प्रति प्रेम को परिलक्षित करती है जिसमें उसके बेटे का ही भला करने की भावना निहित होती है  परंतु जब पुत्र ही उस भले की भावना को ना समझ कर क्रोध कर बैठे तो कभी-कभी मामला गंभीर हो जाता है।             ऐसा ही एक घटनाक्रम थाना बोड़ा क्षेत्र अंतर्गत घटित हुआ जिसमें पुत्र ने ही अपने पिता को मौत के घाट उतार दिया, थाना बोड़ा क्षेत्र के ग्राम कुंवर कोटरी में दिनांक 17/05/20 को बादल पिता जयराम वाल्मीकि ने थाना आकर सूचना दी कि 15-16/05/20 की दरमियानी रात को मेरे पिता को किसी अज्ञात व्यक्ति ने घायल कर गंभीर चोट पहुंचाई है, जिन्हें इलाज हेतु नरसिंहगढ़ अस्पताल ले जाने पर वहां से भोपाल रेफर कर दिया गया है, और मेरे पिताजी की हालत बहुत गंभीर है मामले में तत्परता से कार्यवाही करते हुए थाना बोड़ा में थाना नरसिंहगढ़ से तहरीर प्राप्त होने पर अपराध क्रमांक 132/20 धारा 294,323,34 का कायम कर विबेचना में लिया गया।  जिला पुलिस कप्तान  प्रदीपशर्मा द्वारा मामले में गंभीरता से विवेचना करने के निर्देश थाना प्रभारी को दिए गए जिस पर दौरान विवेचना आहत जयराम बाल्मीकि की पत्नी से हमीदिया अस्पताल में पूछताछ  की गई, और उसके कथनों के आधार पर प्रकरण में धारा 307 भादवि का इजाफा किया गया।          हमीदिया अस्पताल भोपाल में इलाज के दौरान आहत जयराम बाल्मीकि की मृत्यु होने से हमीदिया चौकी थाना कोहेफिजा से जीरो पर मर्ग डायरी प्राप्त होने पर थाना हाजा पर दिनांक 22/5/20  को मर्ग क्रमांक 08/20 धारा 174 जाफो. का कायम कर मर्ग डायरी अपराध सदर में शामिल कर प्रकरण में धारा 302 भादवि का इजाफा किया गया। घटना की गंभीरता को देखते हुए राजगढ़ पुलिस अधीक्षक  प्रदीप शर्मा द्वारा तत्काल एक टीम का गठन किया गया अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  नवलसिंह सिसोदिया के निर्देशन में एवं एसडीओपी नरसिंहगढ़ के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी बोडा राजपाल राठौर ने तत्परता दिखाते हुए थाने की टीम के साथ सामंजस्य बिठाकर घटना के बिंदुओं पर बारीकी से विवेचना शुरू की, और मृतक द्वारा पिछले दिनों जिन जिन लोगों से बातचीत की गई थी उन सभी से  पूछताछ कर  कथनों और साइबर सेल से प्राप्त डाटा का बारीकी से विश्लेषण किया गया। पूछताछ के दौरान बोड़ा पुलिस टीम को एक महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लगी जिसमें मृतक जयराम बाल्मीकि की घटना दिनांक को उसके नाबालिग बेटे के साथ लड़ाई झगडे की बात सामने आई। मृतक के पड़ोसियों व ग्रामीणजनों से पूछताछ के दौरान मृतक व उसके परिवार की किसी से रंजिश नहीं होना ज्ञात हुआ। विवेचना के दौरान पाए गए तथ्यों से परिवार पर ही पुलिस का संदेह बना हुआ था परिजनों द्वारा पुलिस को भटकाने का भरपूर प्रयास किया गया परंतु अपनी कुशल कार्यशैली के लिए जाने जाने वाले गंभीर प्रवृत्ति के थाना प्रभारी  बोडा ने अपनी टीम के साथ धैर्यपूर्वक इस मर्डर का खुलासा करने में सफलता प्राप्त की। विवेचना के दौरान जब मृतक के परिजनों से हिकमत अमली से पूछताछ की गई तो पाया गया कि पिता जयराम बाल्मीकि से अनबन होने से नाबालिक बेटे ने अपने पिता को मौत के घाट उतारने के लिए लाठी से गंभीर चोट पहुचाई थी। जिससे इलाज के दौरान पिता जयराम बाल्मीकि की मौत हो गई है, पूछताछ पर बेटे ने इस बात को स्वीकार कर लिया।  उपरोक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी बोड़ा राजपाल सिंह राठौर , उनि प्रवीण जाट, पउनि रिंकू जाटव, सउनि रामसिंह मीणा आर 799 श्यामलाल, आर 642 रामनारायण जटिया , आर 977 राहुल ,मआर नीतू जयसवाल का मुख्य योगदान रहा व सायबर सेल राजगढ़ के आरक्षक 816 रवि कुशवाह व आर. 252 शशांक की सराहनीय भूमिका रही।


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