उमरिया - कोरोना संक्रमण के कारण उमरिया जिले के श्रमिक प्रदेष के अंदर विभिन्न जिलों तथा देष के अन्य प्रदेषों में लाक डाउन के कारण फंस गये थे। ऐसी स्थिति में श्रमिक तथा उनके परिवार जन काफी चिंतित थे और जिला प्रषासन को बार बार उन्हें घर तक वापसी सुनिष्चित कराने का आवेदन कर रहे थे। राज स्थान के जैसलमेर जिले से 1 मई की रात्रि को 12 बजे 19 श्रमिकों का दल बस द्वारा जिला मुख्यालय उमरिया में बनाये गये आईसोलेषन सेंटर डाईट उमरिया पहुचा। इन श्रमिकों में 6 पुरूष शामिल है। उमरिया जिले के ग्राम सिंहपुर निवासी भरत तथा राजेंद्र ने बताया कि वे काम की तलाष में परिवार के साथ राजस्थान जैसलमेर गये हुए थेए अचानक लाक डाउन हो जाने के कारण हम लोग वही फंस गये थे। हम लोगो की चिंता करने वाला कोई नही था। मप्र के मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चौहान ने हम श्रमिकों की पीड़ा को समझा तथा सरकारी खर्चे से घर तक पहुचाने की व्यवस्था कराई । इतना ही नही खर्च हेतु बैंक खातों में एक एक हजार रूपये की राषि जमा कराई गई।
पूरी व्यवस्था के साथ भोजन तथा ठहरने एवं स्वास्थ्य चेकअप की सुविधा के साथ 1 मई की अर्द्ध रात्रि में डाईट उमरिया पहुचाया गया। जहां भी इतनी रात होने के बावजूद सभी व्यवस्थाएं की गई थी। सर्व प्रथम सभी श्रमिकों का चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इसके पष्चात भोजन तथा ठहरने की व्यवस्था की गई। इसके साथ ही तहसीलदार दिलीप सिंह ने हम सबको घर तक पहुंचाने की व्यवस्था कराई। हम सभी प्रदेष सरकार तथा जिला प्रषासन उमरिया को धन्यवाद देते हैए जिनके प्रयासों की बदौलत विपरीत परिस्थितियों में भी हम सब अपने घर पहुच पाए