*झूठी शिकायत में संघ का नाम लेने वाले वनकर्मी माफी मांगे : दीपक उइके*
*मुख्यमंत्री से करेंगे जांच की मांग*
*घोड़ाडोंगरी* । 10 मई को शाहपुर मुख्यालय पर वन विभाग के दो वनकर्मियों द्वारा गलत तरीके से की गई कार्यवाही के दौरान एक स्वयंसेवक से हुई बहस के बाद सम्बंधित वनकर्मियों द्वारा मनगढ़ंत शिकायत कर उसमें आरएसएस के नाम का उल्लेख करने के मामले में भाजपा नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। भाजयुमो प्रदेश मंत्री दीपक उईके ने बयान जारी कर कहा है कि मामले से संबंधित दोनों वनकर्मियों को संघ के नाम का झूठा उल्लेख करने पर माफी मांगनी चाहिए। यह मामला कार्यवाही के गलत तरीके को लेकर था जिसमें स्वयंसेवक श्याम राठौर ने उतनी ही आपत्ति व्यक्त की थी जितनी कोई भी सामान्य व्यक्ति करता। संबंधित वनकर्मियों ने घटना को साजिशन अलग रूप दिया है। वन कर्मियों ने शिकायत में झूठ लिखा है कि रास्ते में पिकअप रोककर चेकिंग करने की कोशिश की थी जबकि हकीकत यह है कि वन कर्मी श्याम राठौर के घर के शेड में खड़ी पिकअप को चेक करने गए थे जिसमे अनाज भरा हुआ था और रात्रि के समय घर वालों को सूचित किए बिना ही शेड में घुस कर तांका झांकी कर रहे थे। इसी बात पर श्याम राठौर और उनके परिजनों ने आपत्ति की थी। इस घटना के दो दिन बाद साजिशन मामले को मनगढ़ंत रूप देने की कोशिश की गई और पुलिस थाने में श्याम राठौर के खिलाफ आवेदन देकर आरएसएस के नाम पर धमकाने का आरोप लगाया गया फिर बाद में कार्यवाही का दबाव बनाकर पीड़ित से ही माफीनामा लिखवा लिया । दीपक उईके ने कहा कि संघ ना किसी को धमकाता है और ना ही धमकाने की शिक्षा देता है। यह विश्व का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन है जो भारत के हर नागरिक को अपने परिवार का सदस्य मानता है। श्याम राठौर ने भी घटना के दौरान ऐसी कोई धमकी वन कर्मियों को नहीं दी थी अपितु वन कर्मियों ने शिकायत में मनगढ़ंत बातें लिखते हुए झूठा आरोप लगाया था। भाजयुमो नेता ने शाहपुर के विभिन्न स्थानो पर लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच करने की मांग करते हुए कहा कि इससे स्पष्ट हो जाएगा कि वन कर्मियों ने यह पिकअप रास्ते में रोकी थी या घर के अंदर खड़ी पिकअप की जांच करने गए थे और इस समय कितनी सामान्य बहस हुई थी। भाजयुमो नेता श्री उईके ने कहा कि शिकायत में मनगढ़ंत बातें लिखने वाले संबंधित वनकर्मी संघ की अवमानना के लिए माफी मांगे अन्यथा इस मामले को मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाकर कार्यवाही की मांग की जाएगी।