जिस ग्वालियर(सिंधिया घराने) के तार महात्मा गांधी की हत्या से जुड़े हुए हो,वहां सावरकर की जयंती मनाना, दीए जलाना स्वाभाविक है, फिर दुर्भाग्य से राज्य सरकार भी गांधी की हत्यारी विचारधारा के पोषकों की ही है,संरक्षण तो मिलेगा ही!!
जिस ग्वालियर(सिंधिया घराने) के तार महात्मा गांधी की हत्या से जुड़े हुए हो,वहां सावरकर की जयंती मनाना, दीए जलाना स्वाभाविक है, फिर दुर्भाग्य से राज्य सरकार भी गांधी की हत्यारी विचारधारा के पोषकों की ही है,संरक्षण तो मिलेगा ही!! - के के के मिश्रा