प्लान क्या था??
"मज़दूरों के लिए ट्रेन चलानी थी या मज़दूरों पर ट्रेन चलानी थी" रोजी-रोटी के सफ़र को जिंदगी की पटरी पर आने से पहले,यहीं खत्म कर देने वाले ये मज़दूर काश विदेश गए होते?@MPArunYadav @pachouri_office @VTankha @digvijaya_28 @ChouhanShivraj @narendramodi @OfficeOfKNath https://t.co/a0yyZOLRgE
प्लान क्या था?? "मज़दूरों के लिए ट्रेन चलानी थी या मज़दूरों पर ट्रेन चलानी थी" रोजी-रोटी के सफ़र को जिंदगी की पटरी पर आने से पहले,यहीं खत्म कर देने वाले ये मज़दूर काश विदेश गए होते? - के के मिश्रा