उमरिया - गेहूं उपार्जन का कार्य निर्धारित अवधि के भीतर पूरा किया जाना है। प्रति दिन सभी उपार्जन केन्द्रों मे 2000 मीट्रिक टन गेहूं के खरीदी का लक्ष्य पूरा किया जाए। इसके लिए उपार्जन केन्द्रों में तौल कांटों की संख्या तथा हम्माल की संख्या बढाई जाए। पूर्व में उपार्जन हेतु जिन किसानों को एस एम एस किया गया था ए किंतु वे किसान उपार्जन केन्द्रों में नही पहुचे है उन्हें उपार्जन केन्द्रों के प्रबंधकों के माध्यमों से सूचना दी जाए ए जिससे वे उपार्जन हेतु पहुच सके। उक्त आषय के निर्देष कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंषी ने कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न गेहूं उपार्जन की समीक्षा बैठक के दौरान संबंधित अधिकारियों को दिए। बैठक में सहायक आयुक्त सहकारिता आरती पटेलए जिला आपूर्ति अधिकारी बी एस परिहारए जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम एस डी बेरहाए ए माईंड स्टेट बेयर हाउस के प्रबंधक तथा सहकारी समितियों के प्रषासक उपस्थित रहेबैठक में कलेक्टर ने सभी उपार्जन केन्द्रों में बारदाने की पर्याप्त व्यवस्था रखनें तथा जिन केन्द्रों में विद्युत व्यवस्था ठीक नही है वहां जनरेटर की व्यवस्था के निर्देष दिएं कलेक्टर ने कहा कि उपार्जित गेहूं के भण्डारण के व्यवस्था सुनिश्चित की जाएबैठक में गेहूं के उपार्जन ए परिवहन तथा किसानों के भुगतान की भी कलेक्टर द्वारा समीक्षा की गई।
कलेक्टर ने खाद्यान्न वितरण की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी उचित मूल्य की दुकानें नियत दिवस एवं समय में खोली जाए जिससे आम जनता को खाद्यान्न प्राप्त करने में परेषानी नही हो। उन्होने स्पष्ट चेतावानी देते हुए कहा कि जो उचित मूल्य की दुकानें नियत समय एवं दिन में नहीं खुलेगी उन दुकानों के विक्रेताओ के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी। बैठक में जिला आपूर्ति अधिकारी बी एस परिहार ने बताया कि जिले में पंजीकृत 12 हजार कृषकों में से 5300 कृषकों द्वारा उपार्जन किया गया है। अभी तक जिले में 16912 क्विटल का उपार्जन एवं 14375 क्विटल गेहूं का परिवहन किया जा चुका है। किसानों के खातों में 10 करोड रूपये का भुगतान किया गया है