श्री गणेशाय नमः आज का नाम है (मुनि मानस हंसिका)

साईं नमः श्री गणेशाय नमः आज का नाम है (मुनि मानस हंसिका) जो ऋषि मुनि माई की भक्ति में डूबे रहते हैं जो उनके बारे में अधिक से अधिक ज्ञान अर्जन में निरंतर ही विचार रत रहते हैं जिनकी मन बुद्धि और हृदय में और कुछ भी नहीं रहता ऐसे महात्माओं के मानस में वह हंसिका या हंस के रूप में सदैव ही समान पलावन करती रहती हैं स्वामी जी तो कभी-कभी अन्य किसी भी विषय पर चर्चा या पुस्तक की चर्चा पसंद ही नहीं करते थे मूलता दतिया में उनके समय उनके सानिध्य में सदैव ही ईश्वर गुण माई नाम ,माई की पुस्तकें, किस ने क्या लिखा है, इत्यादि यही चलता रहता था माई का इतना विस्तारित रूप है कि जीवन पर्यंत चर्चा समाप्त ही नहीं हो सकती है यदि आप उनके विषय में सोचते रहें तो वह भी उनकी कृपा से ही संभव है श्री स्वामी जी के शब्दों में जो लेख संग्रह में लिखा है (श्री भगवती के चरित्र नाम लीला * आदि के श्रवण कीर्तन में सतत संलग्न रहने से परा भक्ति का उदय होता है) यह श्री भगवती गीता नामक लेख में स्वामी जी ने अंकित किया है जय माई की


Popular posts
रायसेन में डॉ राधाकृष्णन हायर सेकंडरी स्कूल के पास मछली और चिकन के दुकान से होती है गंदगी नगर पालिका प्रशासन को सूचना देने के बाद भी नहीं हुई कोई कार्यवाही
अगर आप दुख पर ध्यान देंगे तो हमेशा दुखी रहेंगे और सुख पर ध्यान देंगे तो हमेशा सुखी रहेंगे
Image
बैतूल पाढर चौकी के ग्राम उमरवानी में जुआ रेड पर जबरदस्त कार्यवाही की गई
Image
कोरोना काल में अतिथि शिक्षकों के मई जून के मानदेय न मिलने से और बेरोजगारी की हालत में परेशान अतिथि शिक्षक ने मुख्यमंत्री शिवराज सिं चौहान को ट्वीट कर अपनी व्यथा सुनाई
Image
विदुर ने अवसर देखकर युधिष्ठिर से पूछा- "वत्स, यदि जंगल में भीषण आग लग जाये, तो जंगल के कौन से जानवर सुरक्षित रहेंगे ?"*पी आर साहू
Image