हमारा घर हमारा विद्यालय कार्यक्रम का शुभारंभ*

 बैतूल ( *वीरेंद्र झा* जिला प्रतिनिधि *)


प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 06 जुलाई से प्रदेश में शुरू किए गए हमारा घर हमारा विद्यालय कार्यक्रम के तहत जिला शिक्षा केन्द्र बैतूल द्वारा समूचे जिले के कक्षा पहली से आठवीं तक के बच्चों के लिए प्रात: 10 बजे घंटी/थाली बजाकर इस कार्यक्रम का प्रत्येक गांव, बसाहट, शहर, वार्ड में शुभारंभ किया गया।


 


जिला परियोजना समन्वयक श्री सुबोध शर्मा ने बताया कि कोविड-19 के कारण मार्च से ही शासन ने सुरक्षा की दृष्टि से शालाओं को बंद कर दिया गया था, किन्तु बच्चों की पढ़ाई में रूकावट नहीं आए, इसी को देखते हुए डिजीटल प्लेटफार्म के माध्यम से वाट्सएप ग्रुप पर बच्चों और पालकों को जोडक़र शिक्षण सामग्री का प्रेषण राज्य स्तर से किया जा रहा है। जिन बच्चों के पास मोबाइल फोन नहीं है, उनके लिए रेडियो प्रसारण प्रतिदिन प्रात: 11 बजे से दोपहर 12 बजे के मध्य किया जा रहा है। कक्षा 9वीं से 12वीं के लिए डीडी मप्र पर शिक्षण प्रवाह कार्यक्रम प्रसारित किया जा रहा है। श्री शर्मा ने बताया कि जिले में ऐसे बच्चे व परिवार भी हैं, जिनके पास कोई साधन नहीं है, उनके लिए जिला पंचायत सीईओ श्री एमएल त्यागी द्वारा समस्त पंचायतों को एलसीडी के माध्यम से बच्चों की पढ़ाई में सहयोग करने के लिए पत्र भी प्रेषित किया गया है। उन्होंने बताया कि डिजीटल कार्यक्रम को प्रत्येक बच्चे तक पहुंचाने के लिए 79 जनशिक्षावार वीसी भी आयोजित की गई। जिले में अनेक स्थानों पर पंचायतों में तथा सेवाभावी लोगों ने अपने घरों पर बच्चों को मोबाइल, टीवी, रेडियो उपलब्ध कराकर लाभान्वित किया। इसके अलावा पालकों की ऑनलाइन पीटीएम भी आयोजित की गई, जिसमें बच्चे और पालक जिले के अधिकारियों से रू-ब-रू हो सके। मोहल्ला कक्षाएं भी चलाई गईं, जिसमें पालक ही शिक्षक की भूमिका में बच्चों को पढ़ाते दिखे। इस कार्य में शाला प्रबंधन समितियों ने भी अपेक्षित सहयोग प्रदान किया। चौपालों पर बच्चों को बैठाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए डिजीटल शिक्षण को सफल बनाने का भरपूर प्रयास किया गया। घर में ऐसे पढ़ाई करेंगे बच्चे ---------------------- डीपीसी श्री शर्मा ने बताया कि राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा 6 जुलाई से हमारा घर हमारी पाठशाला कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया है। इसके अंतर्गत राज्य से साप्ताहिक समय सारणी प्रसारित की जाएगी। उसके अनुसार बच्चे अपने घर में एक निश्चित स्थान पर बैठ कर पढ़ेंगे। इसके तीन भाग होंगे- सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे शिक्षण कार्य समय सारणी अनुसार, दूसरा भाग सायं 4 बजे से 5 बजे तक खेलकूद गतिविधि एवं तीसरा भाग सायं 7 बजे से रात्रि 8 बजे तक अपने दादा-दादी व पालकों से प्रेरणाप्रद एवं मनोरंजक कहानियां सुनना और उसके आधार पर स्वयं कहानी रचना। शाला की तरह घर पर पालक अथवा बच्चे कालखण्ड परिवर्तन हेतु घंटी बजाकर संकेत करेंगे। शिक्षक बच्चों के घर जाकर उनकी पढ़ाई का फॉलोअप लेंगे। शैक्षणिक कठिनाइयों का समाधान भी करेंगे। फोन वाले परिवारों से फोन पर संवाद करेंगे। रविवार के दिन बच्चों के लिए मस्ती की पाठशाला आयोजित की जाएगी। इस कार्यक्रम का सूत्र वाक्य है- अब पढ़ाई नहीं रूकेगी। कलेक्टर श्री राकेश सिंह, सीईओ जिला पंचायत श्री एमएल त्यागी, जिला शिक्षा अधिकारी श्री एलएल सुनारिया एवं डीपीसी श्री सुबोध शर्मा ने समस्त शिक्षकों एवं विभागीय अमले को कार्यक्रम की सफलता हेतु शुभकामनाएं दी है।


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