कोरोना से 30 दिन में 90 से अधिक मौतें,
चिकित्सा संसाधन जुटाने में सरकार फेल, शिवराज से नहीं संभल रहा प्रदेश, किसानों की हो रही दुर्दशा: श्री जीतू पटवारी
भोपाल,
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी जीतू पटवारी ने कहा कि मध्यप्रदेश में किसान, मजदूर, गरीब और मध्यम वर्ग की स्थिति बिगड़ती जा रही। प्रदेश में कोरोना से 30 दिन में 90 से अधिक मौतें और 1800 से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं, लेकिन, शिवराज सरकार अभी तक पर्याप्त मात्रा में चिकित्सा संसाधन नहीं जुटा पायी है। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह जी के नाकारा और दुर्भाग्यशाली नेतृत्व के कारण प्रदेश लाशों को ढोने पर मजबूर होता जा रहा है। प्रदेश में मौत का आंकड़ा देश से 3 गुना ज्यादा है, इसका जिम्मेदार कौन है?
श्री जीतू पटवारी ने कहा कि प्रदेश में 2500 सैंपल पिछले 10 दिन से पेंडिंग है, कई सैंपल टेस्टिंग में फेल हो रहे हैं। इंदौर में टेस्टिंग किट की कमी लगातार बनी हुई है। इतनी गंभीर समस्याओं के बाद भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह स्थिति का जायजा लेने अब तक स्वयं इंदौर नहीं पहुंचे। उन्होंने कहा है कि शिवराजसिंह जी स्वयं डरे हुए हैं, इन्हंे गरीब, मजदूर और आम जनता की जान नहीं से प्रेम नहीं है। अब तो प्रदेश की जनता ही तय करेगी की प्रदेश के पुलिस, डाॅक्टरों और आम नागरिकों की मौत के सौदागर जिम्मेदार कौन है?
श्री पटवारी ने बताया कि शिवराज जी साजिशन प्रदेश को कैद में रखकर आम जनता को गुमराह कर रही हैं। कोरोना संक्रमित रेड जोन इलाकों की स्थिति गंभीर बनी है। लोगों के पास अब पैसे भी नहीं है, कंपनियां वेतन नहीं दे रहीं है, मजदूर वर्ग परेशान हैं। किसान कर्ज माफी का फैसला हमारी सरकार ने किया था, मार्च से उनका बचा हुआ एक लाख रूपये का कर्जा भी माफ होना था, लेकिन शिवराज जी अब प्रदेश की स्थिति को संभाल नहीं पा रहे हैं। किसानों का गेहूं नहीं खरीदा जा रहा है और यदि खरीदा जा रहा है तो उनको गेंहू खरीदी का पूरा पैसा नहीं मिल रहा है।
कांग्रेस के मीडिया प्रभारी श्री पटवारी ने कहा कि शिवराज सिंह की सरकार आते ही लाॅकडाउन के दौरान प्रदेश में दुष्कर्म जैसे अपराध, गरीबों के आटे की चोरी, कालाबाजारी के मामले बढ़ गये हैं। कमलनाथ जी के शासनकाल में इस तरह के कृत्य लगभग खत्म हो गए थे। प्रदेश में भूमाफिया, खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वाले लोगों का अभियान चलाकर सफाया किया गया था। लेकिन अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह फिर ने गुंडे-माफियाओं को शरण दे रहे हैं, माफिया के दबाव में सरकार बदलते ही बदले की भावना से कलेक्टर और एसएसपी को आनन-फानन में हटा दिया। कोरोना की इस विकट समस्या में भी दिन-रात प्रशासनिक लोगों के तबादले किये जा रहे हैं।
श्री पटवारी ने कहा कि प्रदेश के सारे बड़े शहर कोरोना की चपेट में है। शिवराज सिंह चैहान यदि अब भी गंभीर नहीं हुए तो बहुत जल्द प्रदेश में मरने वालों का आंकड़ा 100 के पार जाने वाला है। बेहतर होगा प्रदेश में कोरोना से हो रही मौत की जिम्मेदारी लेते हुए शिवराज सिंह को मुख्यमंत्री पद से इस्तिफा दे देना चाहिए।