उमरिया - कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंषी ने जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में बताया कि प्रदेश के बाहर अन्य प्रदेशों में लोकडाउन के कारण रूके हुए मजदूरों को अपने गन्तव्य तक पहुँचाने के लिए राज्य शासन द्वारा आदेष जारी किए गए है। जारी आदेष में राज्य नियंत्रण कक्ष (स्टेट कंट्रोल रूम) में संधारित जानकारी जिसके अनुसार प्रदेश के किस जिले के मजदूर अन्य प्रदेशों में किस जिले में रूके हए है उसकी जानकारी से राज्य समन्वयक अधिकारी को अवगत कराया जायेगा। . राज्य समन्वयक अधिकारी अन्य राज्यों से संबंधित राज्य द्वारा संधारित प्रदेश के मजदूरों की यथासंभव जिलेवार जानकारी प्राप्त करेंगे एवं अपना डाटा भी उनसे साझा करेगें। प्रदेश के विभिन्न जिलों के निवासी मजदूर जो अन्य प्रदेशों में फसे हुए है उनकी जानकारी मैपआईटी व जिला कलेक्टारों ने मुख्यमंत्री मजदूर सहायता योजना के अंतर्गत संधारित की है उसको अपर प्रमुख सचिव आई . सी . पी . केशरी अथवा प्रमुख सचिव संजय दुबे को उपलब्ध करायी जायेमैपआईटी के द्वारा ई - पास व्यवस्था के लिए संचालित पोर्टल में भी प्रदेश की बाहर ऐसे मजदूर जो प्रदेश में वापस आने के लिए इच्छुक है उनके पंजीयन की व्यवस्था का प्रावधान किया जाये। इसके अतिरिक्त ऐसे निवासी राज्य नियंत्रण कक्ष के फोन नं . 0755 - 241180 पर भी सूचना दे सकेंगे जिसकी जानकारी का संकलन राज्य नियंत्रण कक्ष द्वारा किया जाये। उपरोक्त समस्त माध्यमों से प्राप्त जानकारी के आधार पर कार्य योजना बनायी जावे तथा संबंधित समन्वयक अधिकारी अपने अन्य प्रदेशों के काउंटर पार्ट से समन्वय स्थापित करेंगे तथा उपरोक्त जानकारी से अपर मुख्य सचिव आई . सी . पी . केशरी अवगत करायेगेंपरिवहन व्यवस्था गुजरात , राजस्थान एवं अत्तर प्रदेश द्वारा वहाँ की बसों से मजदूरों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है। ऐसे समस्त नागरिक जो अन्य प्रदेशों से मध्यप्रदेश की सीमा में प्रवेश करेंगे उनकी मध्यप्रदेश की सीमा पर संबंधित जिले के द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण, विश्राम व भोजन की व्यवस्था की जाये। स्वास्थ्य परीक्षण में अस्वस्थ्य पाये गये श्रमिकों को क्वारंटाईन की व्यवस्था वहीं पर सनिश्चित की जाये। स्वस्थ्य पाये गये श्रमिकों को इन्ट्री प्वाइंट से उनके गंतव्य जिले तक पहुँचाने की व्यवस्था बसों के माध्यम से सीमावर्ती जिले द्वारा की जाये। इस हेतु आवश्यक परिवहन विभाग तथा आर . टी . ओ . द्वारा पर्याप्त बस आवश्यकातानुसार उपलब्ध करायी जावेंगी । इन्ट्री प्वाइंट पर बसों को जिलेवार भेजा जावे। गन्तव्य जिले पर पहंचने पर ऐसे नागरिकों का पुनः स्वास्थ्य परिक्षण किया जावेगा और स्वास्थ्य परीक्षण में अस्वस्थ्य पाये गये नागरिकों के अलावा शेष को अपने निवास स्थल को भेजा जावेगा शेष व्यक्तियों को अस्वस्थ्य पाये जाने पर जिले के अंदर क्वारंटाईन किया जाये
उपरोक्त क्रियान्वयन में परिवहन, भोजन या अन्य सुविधाओं के लिए कलेक्टर एसडीआरएफ से भुगतान की व्यवस्था करेगें। यह कार्य योजनाबद्ध तरीके से तत्पराता एवं सावधानीपूर्वक संपादित किया जाए एवं की गई कार्यवाही से अवगत भी कराया जाए। अन्य शहरों में आने वालो मजदूरों की संख्या को उस राज्य के नोडल अधिकारी से समन्वय कर रेगुलेट की जावे ताकि बोर्डर पर व्यवस्था बनी रहे।