(विरेंद्र झा)
पाथाखेड़ा घोड़ाडोंगरी जनपद पंचायत ग्राम पंचायत पांढरा के भूतपूर्व सरपंच एवं भूतपूर्व मंडल अध्यक्ष किसान मोर्चा (भाजपा) श्री कमल मर्सकोले ने एक भेंटवार्ता में बताया कि आज जो वैश्विक महामारी कोरोना में प्रवासी मजदूरों की दर्दनाक स्थिति है एवं साथ ही प्रवासी मजदूरों स्थिति को लेकर शासन और प्रशासन चिंतनीय है उसके पीछे मुख्य कारण मजदूरों का अपने ही गांव से पलायन है । उन्होंने कहा कि मजदूर अपने गांव से दूरदराज रोजगार के लिए इसलिए जाता गांव से दूरदराज रोजगार के लिए इसलिए जाता है कि उनको अपने ही गांव में रोजगार नहीं मिलता है।
श्री कमल मर्सकोले ने केंद्र सरकार से मांग की है कि इस समस्या के हल के लिए मनरेगा की मजदरी दिवस 100 के स्थान पर 200 दिन किया जाए एवं मनरेगा की मजदूरी महंगाई को देखते हुए 300 प्रतिदिन कम से कम किया जाए श्री कमल मर्सकोले का कहना है कि सरकार को चाहिए कि मनरेगा के तहत गांव की अधोसंरचना विकास के साथ ही शासकीय कृषि आधारित उद्योग की यूनिट स्थापित कर उसमें मनरेगा के तहत ग्रामीणों को रोजगार दी जाए