केरल और दिल्ली में कई अखबार बंद कर दिए गए हे*  - आशीष पेंढारकर

*केरल और दिल्ली में कई अखबार बंद कर दिए गए हे* 
*अगर  कुछ अखबार आ भी रहे हे तो* 
*अखबारों से इस तरह की सावधानी रखी जा रही हे* 
*इससे बेहतर हे की अखबार ही नहीं मंगाए जाए* 
*सावधानी ही बचाव हे*