सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का सटीक बैठता है सलैया छतरपुर ग्राम पंचायत


 पंचायती राज में कार्यवाही के नाम पर मजाक किया जाता है अपने ही मद मस्ती में चलते हैं पंचायती राज के कार्य चला रहा ग्रामीण सहायक रोजगार दो पंचायतों को।


ग्राम पंचायत सूचना के अधिकार के अधिकारियों को बना रखा है बाबूजी सलैया के साथ ही साथ छतरपुर ग्राम वासी है त्रस्त घोड़ाडोंगरी शब्द पावर मध्यप्रदेश के बैतूल जिला घोड़ाडोंगरी विकासखंड में आए दिन नए-नए कारनामे होते रहते हैं। कोई रोड का रोड हजम कर जाता है, तो कोई रोड़ की नालिया कोई चौपाल तो कोई तालाब रिकवरी नाम मात्र की जाती है। देखने में यह भी आया है कि पंचायती राज के कई कर्मचारी नालियों को तो पूरी तरह से हजम कर चुके हैं। तो कहीं खेत तालाब के नाम पर किस्तों में पूरी राशि हजम कर ली जाती है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पंचायतों में आजकल एक दौर चल पड़ा है शासकीय फंड को किस तरह से हजम किया जाए। छतरपुर ग्राम पंचायत क्षेत्र के अंदर 3 तालाब बनाए गए क्या पंचायत राज के सक्षम अधिकारियों द्वारा ग्राम पंचायत छतरपुर की ग्राम पंचायत देखा किस तरह से छतरपुर ग्राम वासी ग्राम पंचायत छतरपुर से त्रस्त है।


हमने भाग 2 में दर्शाया था आर ई एस तालाबों की एक बाढ़ सी आई। जिसको पाने के लिए क्षेत्र के छूट भैय्ये नेताओं में एक होड़ सी लगी हुई थी। पर छूट भैय्ये नेताओं के चलते आर ई एस तालाबों में शासकीय फंड का किस तरह से दुरुपयोग किया गया। आर ई एस के ग्रामीण यंत्री किस तरह से अपनी नजरें चुराए आईने के सामने खड़े रहते कतरा रहे हैं। जिन्हें खुद होश नहीं है आर ई एस तालाबों का कार्य में किस तरह से लूट की गई, नतीजा यह हुआ क्षेत्र के कई तालाबो की हल्की सी बारिश ने पंचायती राज के अधिकारियों के साथ ही साथ पंचायत के यंत्री हो या आर ई एस के उपयंत्री की पोल खोलते हुए भ्रष्टाचार किस तरह किया गया प्रशासन को सच का आइना दिखाया। क्षेत्र वासियों में आक्रोश देखने को मिल रहा है, पंचायती राज के प्रति। वरिष्ठ सूचना के अधिकार के अधिकारियों को जिसे पंचायती राज में सचिव के नाम से जाना जाता है कद्र नहीं करते हुए ग्रामीण सहायक रोजगार को दिए जा रहे हैं दो-दो ग्राम पंचायते। जिसका नतीजा छतरपुर ग्राम पंचायत में देखने को मिल रहा है पूरी दुनिया जहां कोविड-19 कोरोना महामारी से जूझ रही है वही ग्राम पंचायत सलैया के ग्रामीण सहायक रोजगार महेश मन्नासे एवं सरपंच द्वारा दी गई स्कूल चलाने की आज्ञा आशा कार्यकर्ता ग्राम स्वस्थ एवं तदर्थ समिति छतरपुर को जो अपने घर के प्रांगण में शाला एक से पांचवीं कक्षा तक चला रही है। ना सोशल डिस्टेंस है, ना मास्क, नाही सेनीटाइजर जहां देश एवं प्रदेश की सरकार बच्चों एवं बुजुर्गों को लेकर चिंतित है वहीं दूसरी ओर देश एवं प्रदेश सरकार की चिंताओं को ताक पर रखते हुए ग्रामीण सहायक रोजगार महेश मन्नास एवं सरपंच छतरपुर ग्राम शाला खुलवा कर कोरोना महामारी को आमंत्रण दे रहे हैं


सच को सच झूठ को झूठ लिखता हूं इसलिए लोगों को मैं बुरा लगता हूं विगत 5 वर्षों की ग्राम पंचायत सलैया एवं छतरपुर की जांच पंचायती राज के सक्षम अधिकारियों द्वारा को जाए कई बड़े मामले सामने आ सकते हैंजिसे बड़े पैमाने पर पंचायती राज के फंड को किस तरह से हजम किया गया ग्रामीण सहायक रोजगार महेश मन्नासे द्वारा।


डॉ जाकिर शेख सब एडिटर मध्य प्रदेश 9893805727


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